Thursday, March 31, 2011

खूबसूरत करियर विकल्प है फोटोग्राफी

फोटोग्राफी संचार का ऐसा एकमात्र माध्यम है जिसमें भाषा की आवश्यकता नहीं होती है। जबकि संदेश का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है। इसलिए शायद ठीक ही कहा जाता है कि एक फोटो दस हजार शब्दों के बराबर होता है। फोटोग्राफी एक कला है जिसमें दृश्यात्मक योग्यता के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान भी होना चाहिए। और इस कला को वही समझ सकता है, जिसे मूकभाषा आती हो।
फोटोग्राफी की इस कला को आप अपना व्यवसाय भी बना सकते हैं। एक सफल फोटोग्राफर बनने के लिए आपको वास्तविक खूबसूरती की समझ होने के साथ ही तकनीकी ज्ञान भी होना चाहिए। आपकी आँखें किसी भी वस्तु की तस्वीर विजुलाइज कर सकती हों। तस्वीर के रंग और प्रकाश की समझ में अंतर करने की क्षमता हो। अगर यह सभी गुण आपके अंदर हैं तो फोटोग्राफी क्षेत्र आपका स्वागत करता है।

आवश्यक योग्यता- एक क्रिएटिव माध्यम होने के कारण, फोटोग्राफी के लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। बशर्ते आपकी नजर अन्य लोगों से पारखी हो लेकिन ट्रेनिंग के लिए आपकी शैक्षिक योग्यता कम से कम 10+2 की होनी चाहिए। देशभर में कई ऐसे संस्थान हैं जो फोटोग्राफी में डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करवाते हैं। बेहतर फोटोग्राफी सीखने के लिए किताबी ज्ञान कम और प्रयोगात्मक ज्ञान ज्यादा होना चाहिए। शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ आपकी कल्पना शक्ति भी मजबूत होनी चाहिए। जन संचार का कोर्स फोटोग्राफी सीखने के लिए उपयुक्त है।
प्रेस फोटोग्राफर- फोटो हमेशा से ही प्रेस के लिए भी अचूक हथियार रहा है। प्रेस फोटोग्राफर को फोटो जर्नलिस्ट के नाम से भी जाना जाता है। प्रेस फोटोग्राफर लोकल व राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों, चैनलों और वायर एजेंसी के लिए फोटो बनाते हैं। इनका क्षेत्र विविध होता है। इनका दिमाग भी पत्रकार की भाँति ही तेज व शातिर होता है। कम समय में अधिक से अधिक तस्वीरें कैद करना इनकी काबिलियत होती है। एक सफल प्रेस फोटोग्राफर बनने के लिए आपको खबर की अच्छी समझ, फोटो शीर्षक लिखने की कला और हर परिस्थिति में फोटो बनाने की कला आनी चाहिए।
फीचर फोटोग्राफर- किसी कहानी को तस्वीरों के माध्यम से प्रदर्शित करना फीचर फोटोग्राफी होती है। इस क्षेत्र में फोटोग्राफर को विषय के बारे में पूर्ण ज्ञान होना चाहिए। फीचर फोटोग्राफी में फोटोग्राफर तस्वीरों के माध्यम से विषय की पूरी कहानी बता देता है। इनका काम और विषय बदलता रहता है। फीचर फोटोग्राफी के क्षेत्र हैं- वन्यजीवन, स्पोर्ट्स, यात्रा वृत्तांत, पर्यावरण इत्यादि। फीचर फोटोग्राफर किसी रिपोर्टर के साथ भी काम कर सकते हैं और स्वतंत्र होकर भी काम कर सकते हैं।
एडिटोरियल फोटोग्राफर- इनका काम सामान्यतया मैगजीन और पीरियडिकल के लिए फोटो बनाना होता है। ज्यादातर एडिटोरियल फोटोग्राफर स्वतंत्र रूप से काम करते हैं। एडिटोरियल फोटोग्राफर आर्टिकल या रिपोर्ट के विषय पर फोटो बनाते हैं। इनका क्षेत्र रिपोर्ट या आर्टिकल के अनुसार बदलता रहता है।
कमर्शियल या इंडस्ट्रियल फोटोग्राफर- इनका कार्य कंपनी की विवरणिका, रिपोर्ट व विज्ञापन के लिए कारखानों, मशीनों व कलपुर्जों की तस्वीरें बनाना है। कमर्शियल फोटोग्राफर किसी फर्म या कंपनी के लिए स्थायी होता है। इनका मुख्य उद्देश्य बाजार में कंपनी के उत्पाद व उसकी सेवाओं को बेहतर दिखाना होता है।
पोर्ट्रेट या वेडिंग फोटॉग्राफर- यह फोटोग्राफर स्टूडियो में काम करते हैं और समूह या व्यक्तिविशेष की फोटो लेने में निपुण होते हैं। पोर्ट्रेट के विषय कुछ भी हो सकते हैं, जैसे पालतू जानवरों तस्वीर, बच्चे, परिवार, शादी, घरेलू कार्यक्रम और खेल इत्यादि। आज के दिन पोर्ट्रेट फोटोग्राफर की माँग बढ़ रही है।
विज्ञापन फोटोग्राफर- यह विज्ञापन एजेंसी, स्टूडियो या फ्रिलांस से संबंधित होते हैं। ज्यादातर विज्ञापन फोटोग्राफर कैटलॉग के लिए काम करते हैं जबकि कुछ स्टूडियो मेल ऑर्डर के लिए काम करते हैं। उपरोक्त सभी में विज्ञापन फोटोग्राफर का काम सबसे ज्यादा चुनौतीभरा होता है।
फैशन फोटोग्राफर- देश में फैशन फोटोग्राफी का कॅरियर तेजी से उभर रहा है। क्रिएटिव और आमदनी दोनों रूपों में यह क्षेत्र सबसे बेहतर है। फैशन डिजाइनर के लिए कई स्कोप है जहाँ वे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। विज्ञापन एजेंसी और फैशन स्टूडियो में कुशल फोटोग्राफर की हमेशा आवश्यकता रहती है साधारणतया फैशन फोटोग्राफर फैशन हाउस, डिजाइनर, फैशन जर्नल और समाचार पत्रों के लिए ही काम करते हैं।
फाइन आर्ट्स फोटोग्राफर- फोटोग्राफी के क्षेत्र में इनका काम सबसे संजीदा व क्लिष्ट है। एक सफल फाइन आर्ट्स फोटोग्राफर के लिए आर्टिस्टिक व क्रिएटिव योग्यता अतिआवश्यक होती है। इनकी तस्वीरें फाइन आर्ट के रूप में भी बिकती हैं।
डिजिटल फोटोग्राफी- यह फोटोग्राफी डिजिटल कैमरे से की जाती है। इस माध्यम से तस्वीरें डिस्क, फ्लापी या कम्प्यूटर से ली जाती है। डिजिटल फोटोग्राफी से तस्वीर में किसी भी प्रकार का परिवर्तन किया जा सकता है। तस्वीर लेने का यह सबसे सुलभ, तेज और सस्ता साधन है। मीडिया में डिजिटल फोटोग्राफी का प्रयोग सबसे ज्यादा हो रहा है। इसका एकमात्र कारण ज्यादा से ज्यादा तस्वीरें एक स्टोरेज डिवाइस में एकत्र कर उसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर पलभर में भेज देना है।
नेचर और वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी- फोटोग्राफी के इस क्षेत्र में जानवरों, पक्षियों, जीव जंतुओं और लैंडस्केप की तस्वीरें ली जाती हैं। इस क्षेत्र में दुर्लभ जीव जंतुओं की तस्वीर बनाने वाले फोटोग्राफर की माँग हमेशा बनी रहती है। एक नेचर फोटोग्राफर ज्यादातर कैलेंडर, कवर, रिसर्च इत्यादि के लिए काम करता है। नेचर फोटोग्राफर के लिए रोमांटिक सनसेट, फूल, पेड़, झीलें, झरना इत्यादि जैसे कई आकर्षक विषय हैं।
फोरेंसिक फोटोग्राफी- किसी भी क्राइम घटना की जाँच करने के लिए और उसकी बेहतर पड़ताल करने के लिए घटनास्थल की हर एंगल से तस्वीरों की आवश्यकता पड़ती है। इन तस्वीरों की मदद से पुलिस घटना के कारणों का पता लगाती है जिससे अपराधी को खोजने में आसानी होती है। फोरेंसिक फोटोग्राफी से वारदात की वास्तविक स्थिति व अंजाम देने की दूरी का पता भी लगाया जा सकता है। एक कुशल फोरेंसिक फोटोग्राफर अन्वेषण ब्यूरो, पुलिस डिपार्टमेंट, लीगल सिस्टम या किसी भी प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी के लिए काम कर सकता है।

1 comment:

  1. पूरी दुनिया में संचार नेटवर्क का फैलता संजाल, विज्ञापन, मीडिया, फैशन आदि के क्षेत्र के लगातार विस्तार के कारण फोटोग्राफी एक बड़े व्यवसाय का रूप ले चुकी है। इसीलिए आज फोटोग्राफी के क्षेत्र में कॅरियर संवारने की अनेक संभावनाएं मौजूद हैं, बस जरूरत है तो हुनर और कौशल के जौहर दिखाने की। इसमें औपचारिक प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।

    पात्रता जो विद्यार्थी बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं वे डिप्लोमा लेने की पात्रता रखते हैं। वर्तमान में लगभग हर जगह ऐसे कॉलेज मौजूद हैं जहां से आप यह कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ प्राइवेट संस्थाएं भी आवश्यकता के हिसाब से कोर्स चला रही हैं। यहां से भी आप प्रशिक्षण प्राप्त कर डिप्लोमा कर सकते हैं।

    पारिश्रमिक अगर आप पार्ट टाइम जॉब करना चाहें तो भी आप 5,000 से 8,000 रुपए तक कमा सकते हैं। अगर आप किसी प्रोफेशनल कंपनी में कुशल फोटोग्राफर हैं तो आपका मासिक वेतन 10,000 से 20,000 तक भी हो सकता है। प्रारंभिक दौर में किसी सीनियर फोटोग्राफर के सहायक के रूप में भी आपको 3,000 से 5,000 रुपए तक की राशि प्राप्त हो सकती है।

    आइए आपको फोटोग्राफी से जुड़े कुछ क्षेत्रों के बारे में जानकारी दें, जहां पर अच्छे कॅरियर की अपार संभावनाएं मौजूद हैं-

    मीडिया इस क्षेत्र में फोटोग्राफर्स की आवश्यकता लाजिमी है। मीडिया में फोटोग्राफर्स को फोटो जर्नलिस्ट के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र में आप जनसरोकार व समस्याओं से जुड़े विषयों पर फोटोग्राफी कर सकते हैं। साथ ही रिपोर्टर की मदद कर सकते हैं।

    फीचर फोटोग्राफी फीचर फोटोग्राफी में घटना या कहानी का सार चित्रों के द्वारा ही बताना होता है। इसलिए इस क्षेत्र में फोटोग्राफर प्रशिक्षण प्राप्त व कुशल होना जरूरी है। फीचर फोटोग्राफी में आप वन्य जीवन, पर्यावरण, खेल आदि विषयों पर काम करते हैं।

    पोट्रेट-मैरिज पार्टी इस क्षेत्र में आप स्वयं का व्यवसाय कर सकते हैं। शादी-ब्याह, समारोह या पार्टी में हमेशा ही अच्छे फोटोग्राफर की मांग रहती है। इसके साथ ही पोट्रेट की डिमांड भी हमेशा बनी रहती है।

    एडवर्टाइजिंग फोटोग्राफर्स आज जगह-जगह एडवरटाइजिंग एजेंसियां खुलती जा रही हैं। इन एजेंसियों में भी फोटोग्राफर्स की मांग बनी रहती है, क्योंकि कंपनियां अच्छे कैटलॉग बनवाने के लिए कुशल फोटोग्राफर्स की मांग करती है।

    वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी यह क्षेत्र प्रकृति और वन्य जीव-जंतुओं से जुड़ा हुआ है। वन्य जीवों में दुर्लभ प्रजातियों के फोटोग्राफ्स की मांग बहुत ज्यादा है। इसके साथ ही वन्य जीवों द्वारा रोमांचित करने वाली क्रियाओं के फोटोग्राफ्स की मांग भी हमेशा बनी रहती है।

    फॉरेंसिक फोटोग्राफी यह क्षेत्र मुख्यत: अपराध से जुड़ा हुआ है। घटना स्थल की फोटो उतारते समय फोटोग्राफर को पूरी तरह सावधान रहना पड़ता है और इस बात का ध्यान रखना पड़ता है कि उसके द्वारा खींचे गए फोटोग्राफ्स से पूरी स्थिति साफ दिखाई दे। इस क्षेत्र में आप कानूनी क्षेत्र से जुड़ी एजेंसियों, सरकारी खोजी दस्तों या फिर निजी जासूसी एजेंसियों में रोजगार पा सकते हैं।

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