Thursday, March 31, 2011

वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में करियर

अभिनव का मन बचपन से ही पढ़ाई में कम और प्रकृति की खूबसूरती निहारने में अधिक लगता था। पढ़ाई का पारंपरिक तरीका उसे बड़ा बोरिंग लगता था। हालांकि अपने इस एटीट्यूड के कारण उसे अपने माता-पिता के साथ-साथ टीचर्स की फटकार भी सुननी पड़ती थी। इसके बावजूद उसके रुझान में जरा सा भी बदलाव नहीं आया, बल्कि इस दिशा में उसका झुकाव और बढ़ता गया। कुछ बड़ा होने पर वह कुदरत के नजारों को कैमरे में कैद करने लगा।

खूबसूरत नजारों के चक्कर में वह इधर-उधर भटकता रहता, मजबूर होकर उसके माता-पिता को उसकी खुशी को अपनी खुशी माननी पड़ी और उन्होंने उसे फोटोग्राफी का प्रोफेशनल कोर्स करा दिया। महज एक साल के अंदर ही उसके द्वारा खींची गई तस्वीरों में से कुछ को 'बेस्ट फोटोग्राफीÓ का अवॉर्ड मिल गया। इसके बाद तो अभिनव के सपने को जैसे पंख लग गए। कुछ ही वर्षों में वह नेचर फोटोग्राफी का जाना-माना नाम बन गया। आज फोटोग्राफी ने उसे देश और दुनिया में मशहूर बना दिया है और वह हर महीने लाखों रुपये कमा रहा है और उनके पैरेंट्स को अब अपने बेटे की उपलब्धियों पर गुमान है।

्लैमरस प्रोफेशन

एक लाइव फोटो को भाषा की जरूरत नहीं होती यानी वह तस्वीर खुद बोलती है। फोटोग्राफी संचार का ऐसा एकमात्र माध्यम है, जिसमें भाषा की जरूरत नहीं होती। शायद ठीक ही कहा जाता है कि एक फोटो दस हजार शब्दों के बराबर होता है। फोटोग्राफी एक कला है जिसमें विजुअल कमांड के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान भी जरूरी है और इस कला को वही समझ सकता है, जिसे मूक भाषा आती हो।

वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी एक ऐसा फील्ड है जहां एक तरफ जंगल का रोमांच है तो वहीं दूसरी तरफ खतरे भी कम नहीं हैं। हां, इसे करियर चुनने से पहले वाइल्ड लाइफ के नियम-कायदों की जानकारी होना भी बेहद जरूरी है। दूसरी तरफ, फैशन फोटोग्राफी के लिए फोटो के एंगल और लाइटिंग के सही इस्तेमाल की बखूबी जानकारी होनी चाहिए। इन सबके अलावा जो चीज सबसे ज्यादा जरूरी है वह है क्रिएटिविटी। अगर आपके पास अच्छे कैमरा इंस्ट्रूमेंट्स हैं लेकिन रचनात्मकता का अभाव है तो इस क्षेत्र में महारत हासिल करना बेहद मुश्किल है।


चुनौती भरा सफर


वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष तो जरूरी है ही, साथ ही जंगली जानवरों से भी दो-चार होना पड सकता है। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में अगर शोहरत है तो जान का जोखिम भी बहुत है। अक्सर कई ऐसे वाकये पढने में आते हैं जब फोटोग्राफी के दौरान फोटोग्राफर की जान पर बन आई।

एक प्रसिद्ध फोटोग्राफर ब्लॉग पर अपना अनुभव बताते हैं कि डॉक्यूमेंट्रीज या फोटोग्राफ्स में जानवरों को शिकार करते हुए या उन्हें जंगल में घूमते हुए देखना हर किसी को रोमांचित करता है। कुछ साल पहले जब वह वन अधिकारियों के साथ एक पैंथर को शूट कर रहे थे तो गलत रास्ते से जाने के कारण वे उसी प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए, जिस पर पैंथर बैठा था। कैमरा देखते ही पैंथर ने उन पर वार्निग अटैक किया। फैशन फोटोग्राफी में भी आप मॉडल को जितने आकर्षक तरीके से पेश कर पाएंगे, कामयाबी उसी के मुताबिक आपके कदम चूमेगी।


कैसे पाएं एंट्री


बारहवीं या ग्रेजुएशन करने के बाद इस क्षेत्र में प्रवेश किया जा सकता है। फोटोग्राफी का कोर्स सरकारी और निजी स्तर पर कई संस्थान कराते हैं। एक अच्छा और प्रोफेशनल फोटोग्राफर बनने के लिए बेसिक फोटोग्राफी की जानकारी होना बेहद जरूरी है। हालांकि एक साधारण डिजिटल कैमरा लेकर शौकिया तौर पर शुरुआत की जा सकती है। एक-दो साल का अनुभव हो जाने के बाद डिजिटल एसएलआर खरीद कर प्रोफेशनल एंट्री की जा सकती है।


विदेश में शिक्षा


एक बार बेसिक कोर्स करके और कुछ अनुभव हासिल करके विदेश का रुख किया जा सकता है। कई विदेशी विश्वविद्यालय इस क्षेत्र में विशेषज्ञता कराते हैं जिन्हें करने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम और दाम दोनों हासिल किए जा सकते हैं। इसके लिए इंटरनेट पर जाकर विदेशी विश्वविद्यालयों की जानकारी हासिल की जा सकती है।


आकर्षक आमदनी


अभी तक यह क्षेत्र हमारे देश में ज्यादा पॉपुलर नहीं था तो कमाई के साधन भी सीमित थे, लेकिन ग्लोबलाइजेशन के बाद अब इस क्षेत्र में अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। फ्रीलांसिंग में अच्छा स्कोप है। दिल्ली स्थित क्राफ्ट के डायरेक्टर नरेश शर्मा कहते हैं कि एक अनुभवी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर प्रतिमाह आसानी से एक लाख रुपये कमा सकता है।

किसी संस्थान से जुडने पर आसानी से 10 से 20 हजार रुपये प्रतिमाह की कमाई हो सकती है। इसके अलावा कुछ सीनियर फोटोग्राफर्स भी अपने असिस्टेंट रखते हैं, जो न केवल सिखाते हैं बल्कि 10-12 हजार रुपये का स्टाइपेंड भी देते हैं।


रोजगार अवसर


देशी-विदेशी वाइल्ड लाइफ और नेचर मैगजीनों में वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफ्स की मांग हमेशा बनी रहती है। इसके अलावा वन्य जीवों पर काम करने वाले कई संस्थान भी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफ्र्स को हॉयर करते हैं। नेशनल ज्योग्राफिक, डिस्कवरी और एनीमल प्लेनेट जैसे चौनल भी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफ्र्स को फोटोग्राफ्स के लिए अनुबंधित करते हैं। एडफिल्में बनाने वाली कंपनियां को भी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स की हमेशा जरूरत रहती है।


प्रमुख संस्थान


u इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर डेवलेपमेंट इन एजुकेशन एंड एडवांस्ड स्टडीज, अहमदाबाद
http://www.iideas.in

u जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, हैदराबाद
http://www.jntu.ac.in

u कॉलेज ऑफ आट्र्स, तिलक मार्ग, दिल्ली
एजेके मास कम्युनिकेशन सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली

http://ajkmcrc.org

u नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद,
www.nid.edu

u श्री अरबिन्दो इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली,
www.sac.ac.in

u सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट ऑफ फिल्म्स ऐंड टेलीविजन (क्राफ्ट), 272, नाहरपुर, सेक्टर-7, रोहिणी, दिल्ली-85, फोन रू 011-32416868, 32916868
www.log2craft.org

u क्रिएटिव हट, अहमदाबाद
http://creativehut.org

u दिल्ली स्कूल ऑफ फोटोग्राफी
http://www.delhischoolofphotography.com

u नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोटोग्राफी, मुंबई
http://photoinstitutenip.com

u दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश

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