Saturday, April 23, 2011

lalsinghphजिला पंचायत सदस्यों के अपहरण का आरोप लगाने से मामला गरमाया
- जिला पंचायत सदस्यों ने लिखित रूप से स्वीकारा कि नहीं हुआ अपहरण
चित्रकूट, कार्यालय संवाददाता : जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा प्रत्याशी के नामांकन के दौरान सांसद व सपा के नेता जैसे है नामांकन स्थल पहुंचे वैसे ही पुलिस ने पहुंचकर कुछ जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण का आरोप लगा दिया। जिससे सभी आक्रोशित हो उठे। नामांकन कार्यालय के बाहर ही पुलिस व सपाइयों में तीखी नोकझोंक होने लगी। मामला काफी बिगड़ गया। हालात नाजुक बनने पर सहायक निर्वाचन अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत कराया।
रविवार को कलेक्ट्रेट स्थित नामांकन स्थल में पहुंचे सपाईयों को पहले गेट पर ही पुलिस ने रोक दिया। प्रत्याशी ममता देवी के साथ दो प्रस्तावक व दो अन्य लोग नामांकन कराने पहुंचे। गेट पर सांसद आरके सिंह पटेल, सांसद बाल कुमार, जिला पंचायत अध्यक्ष वीर सिंह व सपा जिलाध्यक्ष भइयालाल यादव ने जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल राय को शिकायत दर्ज कराई। जिस पर उन्होनें सहायक निर्वाचन अधिकारी बीपी खरे से सभी को अंदर बुलाने के लिये कहा। जैसे ही ये सभी सपा नेता नामांकन स्थल पर पहुंचे वैसे ही शहर कोतवाल चन्द्रधर गौड मय फोर्स के साथ पहुंच गये। कोतवाल ने सांसद व सपाइयों पर जिला पंचायत सदस्य अनीता सिंह व कविता जाटव का अपहरण करने का आरोप लगाया। इतना सुनते ही सांसद ने आरोपों को गलत बताते हुए इसकी जांच कराने को कहा। काफी बहस के बाद अंत में सपा प्रत्याशी ममता देवी की प्रस्तावक कविता जाटव व अनीता सिंह ने लिखित रूप से बताया कि दोनों का अपहरण नहीं किया गया। बल्कि दोनों स्वेच्छा से इनकी प्रस्तावक बनी हैं। otographer.blogspot.com

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